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Simple house design idea & step-by-step process! Chapter 1- The struggle

Updated: May 18

हम सभी middle class या lower middle class लोगों की यही ख्वाहिश होती है की उनका अपना एक घर हो। घर पाने की यह ख्वाहिश सीधा उनके budget से जुड़ा होता है। और जब वो घर बनाने का सोचते हैं तब शुरू होती है google बाबा पर search... "Show me some simple house design idea", "simple house design dikhaiye", "How to design your own house online free", "How to design a house like an architect", etc...

Simple house design google search image

देखो कुछ बातें आपको पहले समझ लेनी चाहिए, जैसे की घर बनाना और 'एक अच्छा मज़बूत' घर बनाना बड़ा ही जटिल काम है। आमतौर पर घर बनाने के लिए आपको एक अच्छे इंजीनियर और आर्किटेक्ट की ज़रूरत पड़ती है। मगर कई बार लोगो के पास इतने पैसे नहीं होते कि वो आर्किटेक्ट या इंजीनियर को hire करके उनसे घर बनवाये।


इस ब्लॉग में मैं आपको एक सच्चाई बताना चाहता हूँ, जो मैंने अपने अनुभव से जाना है। देखिए घर चाहे छोटा हो या बड़ा उसमें पैसे तो लगते ही हैं। एक सबसे बड़ी गलती लोग क्या करते हैं कि उन्हें लगता है वो आर्किटेक्ट या इंजीनियर को पैसे ना देकर ख़ुद से ही online देख कर नक़्शा बना लेंगे और पैसा save कर लेंगे। मगर सच्चाई है कि आप अनजाने में अपना बहुत सारा पैसा बर्बाद कर देते हैं और आपका घर भी एक अनुभवी आर्किटेक्ट के बिना बनता है, local contractor आपको जैसा बताता है आप उसकी बातों के अनुसार ही चलते हैं। इसका नतीजा होता है कि आपको बहुत सारी चीजों के साथ कोम्प्रोमाईज़ करना पड़ता है। आइये समझते हैं एक इंजीनियर को हायर ना करने के पीछे क्या-क्या मंशा रहती है।


  • इंजीनियर सिर्फ़ घर का नक़्शा हीं तो बनाता है।

  • घर का नक़्शा तो ऑनलाइन भी मिल जाता है।

  • छोटे घर का नक़्शा तो मैं ख़ुद ही बना सकता हूँ, मैंने अपने रिलेटिव के घर का नक़्शा ख़ुद ही तो बनाया था।

  • इंजीनियर या आर्किटेक्ट घर को महँगा बना देते हैं।

  • local contractor ने तो बहुत सारे घर बनाये हैं, सभी घर मज़बूत है, आज तक कोई घर गिरा नहीं है। फिर इंजीनियर से ऐसा क्या ही नया हो जाएगा।

  • घर आख़िर बनाता तो ठेकेदार ही है, फिर इंजीनियर की क्यों सुनु, वो जितनी बार आयेगा पैसे माँगेगा।

  • दो पन्ने के नक़्शे का मैं हज़ारों रुपये क्यों दूँ।

  • जीतने का नक़्शा बनेगा उतने का तो मैं बालू या गिट्टी गिरवा लूँगा।"


और भी ना जाने ऐसी बहुत सारे विचार हैं जो आमतौर पर लोगो के मन में आते हैं। आइये एक एक करके पहले इन सब पहलू को अच्छे से समझते हैं फिर detail में आप सभी को घर बनाने के पूरे प्रोसेस को साझा करेंगे।

  • इंजीनियर सिर्फ़ घर का नक़्शा हीं तो बनाता है। एक Simple house design के लिए इंजीनियर क्यों चाहिए।

    यह बात पूरी तरह सही नहीं है। घर के नक़्शे को लोग बहुत हल्के में लेते हैं। एक अच्छा नक़्शा आपके प्लॉट पे होने वाले जगह की बर्बादी को बचाता है। एक असली अच्छा नक़्शा वही है जिसमें हम ज़रूरत के हिसाब से सारे furniture लगा सके। और जिसमें सिर्फ़ आने जाने के लिए बहुत सारा जगह बर्बाद ना हो जाये, इसे हम circulation स्पेस भी कहते हैं। घर के नक़्शा जब भी बनाया जाता है तो कुछ बातें हैं जो एक अच्छा इंजीनियर ध्यान रखता है वो है space privacy, जो की मैंने अक्सर देखा है लोग ध्यान नहीं देते हैं। इसे अच्छे से समझने के लिए आप youtube पे हमारी ये वीडियो देख सकते हैं।

    नक़्शे के अलावा एक इंजीनियर / आर्किटेक्ट बहुत सारी टेक्निकल बातों को ध्यान रखता है जैसे:

    • Footing foundation का सही डिज़ाइन, जिसे की bulding के load के हिसाब से डिज़ाइन किया जाता है महज़ अन्दाज़ से नहीं। जीतने भी local contractor होते हैं वो अन्दाज़ से आपको ये सब बताते हैं जो की सटीक नहीं होता। इसमें आपका नुक़सान कैसे हो सकता है इसे समझिए, मान लीजिए किसी कॉलम पे लोड बहुत कम आ रहा है और किसी पे ज़्यादा तो इंजीनियर जब foundation डिज़ाइन करेगा तो footing का साइज लोड के हिसाब से ही तय करेगा, जिससे आपका सरिया, सीमेंट, बालू और गिट्टी सबकी बचत होगी। लोकल कांट्रेक्टर अन्दाज़ से सभी फुटिंग को एक साइज का कर देगा। इससे आपका बिल्डिंग तो सेफ रहेगा लेकिन मटेरियल की फ़ालतू की बर्बादी होगी। जहां मटेरियल नहीं डाला जाना चाहिए वहाँ भी मटेरियल चला जाएगा। और बाक़ी फुटिंग का साइज भी अन्दाज़ पे बना है तो इसका अनुमान भी लगाना मुश्किल होगा कि यह फुटिंग वाक़ई में लोड ले पाएगा या नहीं।


    • electrical layout, बिजली के कनेक्शंस और लाइट का पॉइंट जिसे furniture placement के हिसाब से ही होना चाहिए। इससे बाद में होने वाली तोड़ फोड़ से बचा जा सकता है।


    • Plumbing और sanitary पाइपलाइन की प्लानिंग, ताकि टॉयलेट और बाथरूम में सही से नल और शावर के पॉइंट को बैठाया जा सके।


    • Tile layout डिज़ाइन, जिससे बेवजह टाइल्स के कटिंग और बर्बाद होने से बचाया जा सके।


    • सही तरीक़े से कॉलम, बीम, स्लैब और बाक़ी जगहों पे सरिया के बाँधने का तरीक़ा, ये बिल्डिंग के मज़बूती के लिये बहुत ज़रूरी है वरना earthquake के समय बिल्डिंग collpase कर जाएगी।


    ऐसी बहुत सारी बातें हैं जिसे एक अच्छा आर्किटेक्ट/इंजीनियर घर बनाने से पहले आपको बताकर गाइड करता है।


  • घर का नक़्शा तो ऑनलाइन भी मिल जाता है।

    यह भी एक बहुत ही आम बात है जो सुनने में अक्सर आता है कि घर का नक़्शा तो आजकल online भी मिल जाता है। फिर ऐसी स्थिति में किसी को नक़्शे के लिए पैसा क्यों दे। थोड़ा बहुत एडजस्टमेंट तो हम ख़ुद ही कर सकते हैं। अब इसे भी समझिए, घर नक़्शा online जो मिलता है उसके क्या फ़ायदे और नुक़सान है:

    • अक्सर online मिलने वाले नक़्शे आपके प्लॉट साइज के अनुसार एकदम fit बैठे ऐसा ज़रूरी नहीं है।

    • ऑनलाइन वाले नक़्शे generic होते हैं, मतलब उसे आपके असल ज़रूरतों के हिसाब से नहीं बनाया गया होता है। वह नक़्शा किसी दूसरे client के अनुसार बना होता है। जब आपकी requirement अलग होती है तो आप online वाले नक़्शे में ख़ुद से changes करते हैं, जिससे हो सकता है technically बड़ी मुसीबत आ जाये।

    • ऑनलाइन वाले नक़्शे से aap अपने घर का पूरा डिज़ाइन एक थीम में नहीं बना सकते हैं। ऐसा इसलिए क्यूकी एक इंजीनियर जब आपके घर का नक़्शा बनाता है तो वो locality और वहाँ के परिवेश, वहाँ मिलने वाली material, workmanship इन सबको देखते हुए नक़्शा बनाता है। एक और बात अक्सर मैंने देखा है लोग ऑनलाइन 3D view निकाल कर कांट्रेक्टर को वैसा ही बनाने को कहते हैं, मगर ऐसा हो नहीं पाता, और design आधा अधूरा ही बनता है। यह इसलिए क्यूकी एक 3D view को बनाने के लिए सिर्फ़ elevation ही नहीं बल्कि उसके साथ साथ और भी ड्राइंग्स लगती है जैसे: slab shuttering drawings, brick layout & projection drawings, Working elevation drawings, etc अगर आपके पास ये सारी technical drawings नहीं हैं तो आपको एक अच्छा elevation बनाने में मुश्किल होगी।

  • छोटे घर का नक़्शा तो मैं ख़ुद ही बना सकता हूँ, मैंने अपने रिलेटिव के घर का नक़्शा ख़ुद ही तो बनाया था।

    हमारे देश के लोगो में एक बड़ी खूबी यह है कि यहाँ सभी तीसमारखां हैं। चार बार कोई डॉक्टर के यहाँ से बीमारी का इलाज करवा कर आये तो वो भी दवाई बताने लगता है, आश्चर्य यह नहीं है बल्कि यह है कि लोग फिर उनकी बताई दवाई खाते भी है। भरोसे पे चलता है यहाँ सब कुछ। मगर आप ख़ुद सोचिए, क्या भरोसे पे यह कहना कि मेरा मकान भूकंप में नहीं गिरेगा, बिना यह समझे कि एक भूकंप रोधी मकान कैसे बनता है, यह कितना उचित है। Relatives का भी यही हाल है, मकान के निर्माण की विधि और समझ इतनी आसान होती तो शायद इस देश में या पूरे world में civil engineering और architecture की पढ़ाई ज़रूरी नहीं होती। एक ऐसा इंसान जिसने महज़ ३-४ मकान बनवाये हो आप उसपे भरोसा करेंगे या उस इंसान पे भरोसा करेंगे जिसने अपने जीवन का क़ीमती समय construction techniques को सीखने में लगाया है।

एक छोटी सी बात हम नहीं समझ पाते हैं कि एक छोटा सा मकान बनाने में कम से कम 20-25 लाख लग ही जाते है, वह मकान जिसमें हम अपनी ज़िंदगी बिताने वाले हैं, हर छोटा से बड़ा लम्हा जीने वाले हैं। आने वाली पुश्ते भी वहाँ रहने वाली है, यह वही घर होता हैं जहां हम अपने पर्व त्योहार मानना चाहते हैं, और कोशिश करते हैं कि इस छोटे से घर में दुनिया की सारी सुविधा और आराम हो। मगर जब इस सपनों के महल को बनाने का समय आता है तो हम ये सब भूल जाते है और सोचते हैं कि इंजीनियर या architect को पैसे देकर क्यों पैसा बर्बाद करे। लाखों के घर के लिए हज़ारों बचाने में जुट जाते हैं और परिणाम यह होता है कि हम भी वही बनाते हैं जो आम लोगो ने बनाया हुआ है। कुछ नया नहीं होता, वही ग़लतियाँ होती है जो बाक़ी लोग करते हैं, हम कोशिश ही नहीं करते कि एक इंजीनियर पे भरोसा करके उनके माध्यम से अपने सपनों का महल बनाये।


  • इंजीनियर या आर्किटेक्ट घर को महँगा बना देते हैं।

    लोगो की एक pshycology है कि उन्हें वही पसंद आता है जिसे वो दस लोगो के मुँह से सुनना चाहते हैं। उन्हें validation चाहिए होता है। जब एक इंजीनियर घर बनाता है तो वो उसे अन्दाज़ पे नहीं बल्कि मैथमेटिकल कैलकुलेशन के बेसिस पे बनाता है। अक्सर ऐसे डिज़ाइन में steel की quantity ज़्यादा होती है क्यूकी वो calculation के basis पर होता है। जब लोग ऐसे डिज़ाइन को ठेकेदार को दिखाते हैं तो ठेकेदार उन्हें यह बता देता है कि लोहा तो बहुत ज़्यादा है, इसकी ज़रूरत नहीं है, मैंने फलाने साहब का घर बनाया था वहाँ इससे कम लोहे में ही घर बन गया। और वह घर देखो आजतक नहीं गिरा। जैसे हीं ठेकेदार आपको ऐसा बोलता है आप सोचते हैं बात तो सही कह रहा है, फिर आप उस डिज़ाइन को चार और लोगो को दिखाते हैं और वो सभी आपको वही बताते हैं जो आप सुनना चाहते हैं, क्यूकी लोगो की pshycology होती है कोई किसी के सामने उल्टा नहीं बोलना चाहता, और बहुत बार उन चार लोगो को भी पता नहीं होता। फिर क्या है आप कंफ्यूज होकर यह सोचने लगते हैं कि इंजीनियर बेकार है बेमतलब का इतना सारा reinforcement डाल रहा है।

  • आमतौर पर local ठेकेदार जिस तरीक़े से घर बनाते हैं और उनकी practice जैसी होती है, उसमें बहुत सारी ग़लतियाँ होती हैं जिसे ठेकेदार normalize कर देता है। जब इंजीनियर उनकी ग़लतियाँ साईट पे client के सामने बताता है तो ठेकेदार की परेशानी बढ़ जाती है। इसलिए ठेकेदार इंजीनियर से दूर भागता है और एक हवा बनाता है की इंजीनियर घर को महँगा बना देगा।

  • local contractor ने तो बहुत सारे घर बनाये हैं, सभी घर मज़बूत है, आज तक कोई घर गिरा नहीं है। फिर इंजीनियर से ऐसा क्या ही नया हो जाएगा।

    अक्सर क्लाइंट ये सोचते हैं और ख़ासकर छोटे शहर में यह ज़्यादा देखा गया है। लोग सीधा सोचते हैं कि आजतक ठेकेदार के द्वारा बनाया कोई घर नहीं गिरा, फिर इंजीनियर की बात क्यों सुने।

    मगर यह सोचने वाली बात है, जब तक भूकंप बहुत ज़्यादा स्केल का ना हो और building ज़्यादा कमजोर ना हो वो गिरता नहीं है। शायद ऐसे मामले में यह कहावत सही लगती है " भगवान भरोसे" या भगवान ही मालिक है है। और सच कहूँ तो ऐसे buildings और construction को देख कर सच में यक़ीन हो जाता है कि कहीं ना कहीं भगवान तो हैं, तभी तो ऐसी buildings आजतक टिकी हुई है और लोग सेफ हैं। मैं बद्दुआ नहीं दे रहा लेकिन बात सोचने वाली है।

    • buildings अगर कमजोर हो तो उनमें क्रैक्स आती हैं, जिससे आपका मेंटेनेंस का खर्च बढ़ जाता है। आपने अक्सर देखा होगा एक नये घर में भी ३-५ साल के अंदर सीपेज और क्रैक्स विजिबल होते हैं। तो सवाल ये उठता है है अगर ठेकेदार ने घर मज़बूत बनाया तो ये cracks और seepage क्यों आ गये। ठेकेदार ने इसे normalise कर दिया है। एक इंजीनियर अगर ये देखेगा तो ठेकेदार की गलती समझ जाएगा।

    • इंजीनियर से यही ग़लतियाँ नहीं होती हैं, जब आप उनसे घर बनवाते हैं तो ना घर में सीपेज आती है नहीं क्रैक्स, क्यूकी हर स्टेज पे इंजीनियर proper inspection करता है। जहां जीतने मटेरियल और chemical treatment की ज़रूरत होती है वो उसे properly execute करवाता है।

    • मैंने कई ऐसे ठेकेदार देखे हैं जिसे waterproofing कैमिकल्स को properly इस्तेमाल भी नहीं करने आता और वो जैसे मन करता है वैसे इसे use करते हैं। Client को लगता है उसने मटेरियल use किया है मगर यह नहीं जानते कि ये उनके पैसे की बर्बादी कर रहा है।


  • दो पन्ने के नक़्शे का मैं हज़ारों रुपये क्यों दूँ।

    आप दो पन्ने के नक़्शे को अगर सिर्फ़ counting के हिसाब से देखेंगे तो हाँ शायद आपको वो महज़ दो पन्ने लगे, मगर उन दो पन्ने में जो value है उसको गिनती के हिसाब से नहीं तौला जा सकता है। एक अच्छे इंजीनियर को अगर आप consult करते हैं और घर बनवाते हैं तो असल में वो सिर्फ़ दो पन्ने नहीं बल्कि पचास पन्ने से ज़्यादा ड्राइंग्स देता है, एक example के तौर पे मैं आपको उन ड्राइंग्स की लिस्ट बता देता हूँ जो इंजीनियर आपको देता है:

    • Foundation centre line plan

    • Column and footing details

    • Column reinforcement schedule

    • Tie beam shuttering and reinforcement details

    • Brick layout details

    • Door window opening schedule

    • Slab beam reinforcement details

    • Slab shuttering and reinforcement details

    • 2D elevation drawing and working details

    • Electrical drawings

    • Furniture layout

    • Plumbing and sanitary drawings and details

    • Boundary wall design and details

    • Door window design and details

    • Grill and Main gate design and details

    यह सभी ड्राइंग्स की वो लिस्ट है जो minimum एज इंजिनियर अपने clients को देता है जिससे आपका घर सही तरीक़े से properly planned होकर बनता है। अब आप सोचेंगे कि इसमें से तो बहुत सारी ड्राइंग्स है जो आप ख़ुद ही करवा लेंगे या कर लेंगे, मगर सच्चाई यही है कि आप कितना भी तीस मार ख़ान बनने की कोशिश करे एक experienced aur expert से मुक़ाबला नहीं कर सकते। ऐसे ही होशियारी के चक्कर में आपको बाद में पछताना पड़ता है। जब इंजीनियर इतनी ड्राइंग्स बनाता है तो सिर्फ़ आज का नहीं बल्कि आने वाले समय का भी सोच कर सबकुछ design करता है, इसलिए बेहतर यही होगा कि आप अच्छे इंजीनियर को संपर्क करे और दो पन्ने की value को समझे।


  • "जीतने का नक़्शा बनेगा उतने का तो मैं बालू या गिट्टी गिरवा लूँगा।"

    कुछ समय पहले एक client हमारे पास एक घर बनवाने के सिलसिले में आयें। हमने उनका रिक्वायरमेंट समझा और फिर उस हिसाब से पूरे ड्राइंग का एक quotation बता दिया। client ने तब तो कुछ भी नहीं बोला सिर यह कह दिया कि "हम घर में सबसे बात करके बताते हैं" उसके बाद उन्होंने ने तो कुछ नहीं बताया लेकिन उनके friend से हमे यह comment सुनने मिल गया की "जीतने का sir नक़्शा बनायेंगे उतने का तो मैं 6 feet बालू गिरवा लूँगा। यह सुनकर बुरा भी लगा लेकिन धीरे धीरे इस तरह के comments और remarks हमारे लिए आम बात हो गई।


    इस बात पर मैं अब और भी ज़्यादा विश्लेषण नहीं करना चाहता, शायद एक engineer और architect की महत्ता इतने सारे points पे discussion करने के बाद clear हो गया होगा मैं ऐसा अनुमान लगा रहा हूँ। अगर अभी भी आपको लगता है कि इंजीनियर के पैसा बचा कर आप बालू या गिट्टी गिरवा लेंगे और मकान को सस्ते में बनवा लेंगे, तो आपको घर बनाने की journey के लिए बहुत सारी शुभकामनाएँ।



1 Comment


shalu sharma
Sep 22

This article covered the topic so well! The examples related to construction timelines were especially useful. For those seeking experienced professionals, building construction in toronto firms like Vulcan Hats Constructions deliver excellence through every stage of the process.

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